एसडीएम ने भाजपा नेता के साथ अपने ऑफिस में कराई थी तोड़फोड़; पुलिस ने गिरफ्तार किया, निलंबित

पुलिस ने छतरपुर एसडीएम अनिल सपकाले को अपने कार्यालय में हमला और तोड़फोड़ कराने की साजिश के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है- भाजपा जिला अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री जावेद अख्तर के साथ एसडीएम ने हमले की साजिश रची थी। पुलिस सूत्रों की माने तो दो प्राइवेट यूनिवर्सिटियों की व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता में एक को लाभ पहुंचाने के लिए यह साजिश रची गई है। पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, कलेक्टर छतरपुर मोहित बुंदस के प्रतिवेदन और एसपी की जांच रिपोर्ट पर सागर संभागायुक्त आनंद कुमार शर्मा ने एसडीएम सपकाले को सस्पेंड कर दिया है। 


पुलिस ने बताया कि हमें आरोपी पुष्पेंद्र गौतम के फोन से एक वाइस रिकॉर्ड मिला है। जिसमें पता चला है कि एसडीएम से उनकी 10 साल पुरानी मित्रता है। रिकॉर्डिंग में स्पष्ट है कि एसडीएम कार्यालय में हमला करने और तोड़फोड़ के लिए 4-5 लड़कों को बुलाने के लिए एसडीएम सपकाले ने ही कहा था। इस साजिश में पुष्पेंद्र गौतम के साथ ही राजू बुंदेला की अहम भूमिका थी। पुलिस को पुष्पेंद्र गौतम ने बताया कि एसडीएम सपकाले की छतरपुर में ही पदस्थ रहें, इसके लिए 15 लाख रुपए दे चुका है। दिसंबर 2019 में 4 लाख 70 हजार रुपए दिया था। वाइस रिकॉर्डिंग में एसडीएम सपकाले से लेन-देन और एसडीएम को स्टे दिलाने की बातचीत भी उपलब्ध है। इससे दोनों के बीच घनिष्ठता का पता चला है। 


यूनिवर्सिटी के संचालक को फंसाने के लिए करवाया हमला  


पुलिस अधीक्षक तिलक सिंह ने बताया कि आरोपी एसडीएम सपकाले को सर्किट हाउस से गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी एसडीएम ने आर्थिक लाभ और दो पक्षों के बीच चल रही आपसी रंजिश में एक पक्ष को माफिया घोषित कराने की साजिश के तहत अपने ऊपर जानलेवा हमला की झूठी साजिश रची थी। पुलिस ने एसडीएम की शिकायत पर मामले की जांच शुरू की जिसमें उसकी संदिग्ध संलिप्तता पायी गयी। एसपी सिंह ने बताया कि इसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर आरोपी से पूछताछ की, जिसमें उसके द्वारा अपने ऊपर हुए हमले की झूठी साजिश रचने का अरोपी पाए जाने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी एसडीएम के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।


एसडीएम का मोबाइल जांचा जा रहा


एएसपी जयराज कुबेर ने बताया- पुलिस एसडीएम सपकाले को उनके सरकारी आवास पर हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उनके मोबाइल को भी खंगाला जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, छतरपुर एसडीएम अनिल सपकाले ने भाजपा जिला अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री जावेद अख्तर, कृष्णा विश्वविद्यालय के डायरेक्टर पुष्पेंद्र गौतम, राजू उर्फ राजेंद्र बुंदेला, अर्जुन उर्फ संतोष श्रीवास और अमित परमार से मिलकर खुद पर साजिश रची थी। एडीएम ने ही पूरी योजना बनाकर इस घटना को अंजाम दिलाया है। हमले के दौरान हमलावर किसी भदौरिया का नाम लेकर चिल्ला रहे थे। पुलिस ने भदौरिया से पूछताछ की, लेकिन जांच में पता चला कि भदौरिया को ही फंसाने के लिए ऐसा किया गया था।


जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद की गई कार्रवाई 


मैंने छतरपुर एसडीएम अनिल सपकाले को सस्पेंड कर दिया है। छतरपुर कलेक्टर और एसपी की जांच का प्रतिवेदन मिलने के बाद ये कार्रवाई की है। रिपोर्ट कार्यालय में हमला करवाने की पुष्टि हुई है।
आनंद कुमार शर्मा, संभागायुक्त सागर  


आधा दर्जन नकाबपोश बदमाशों ने किया था हमला
बुधवार को सुबह करीब आधा दर्जन नकाबपोश बदमाशों ने एसडीएम कार्यालय पर हमला कर दिया था। उन्होंने एसडीएम के कक्ष में तोड़फोड़ की थी। बंदूकें लहराईं, नेम प्लेट निकाली और कांच का गेट तोड़ दिया था। बाद में बदमाशों ने एसडीएम की गाड़ी के शीशे फोड़ दिए और हवाई फायर करके भाग गए। मामले में एसडीएम अनिल सपकाले ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया था। लेकिन इस मामले में एसडीएम को बदमाशों ने कोई चोट नहीं पहुंचाई थी। हमले के दौरान एसडीएम सपकाले दफ्तर में ही अपनी कुर्सी पर बैठे रहे थे और हमलावर वहां पर नहीं गए थे।